भारत में खनिज

भारत में खनिज Download

  • भारत खनिज सम्पदा की दृष्टि से एक समृद्ध राज्य है |भारत में सभी प्रकार के खनिज संसाधन पाए जाते हैं |

          खनिज तीन प्रकार के होतेहैं –

(i)     धात्विक खनिज

(ii)    अधात्विक खनिज

(iii)   ऊर्जा खनिज / ईंधन खनिज

  • समुद्र संसाधनों के भण्डार हैं |संसाधन न केवल मुख्यभूमि पर पाये जाते हैं बल्कि समुद्र में भी संसाधनों का प्रचुर भण्डार पाया जाता है |
  • विभिन्न देशों को उनके आस-पास स्थित समुद्र पर अधिकार देने के लिए 1982 में संयुक्त राष्ट्र के देशों ने मिलकर एक समझौता किया है | इस समझौते को हम UNCLOS ( United Nations Convention on the Law of the Sea ) कहते हैं |
  • United Nations Convention on the Law of the Sea के तहत् देशों को उनके आस-पास के समुद्र क्षेत्र पर अधिकार दिया गया है और इसके तहत् तीन तरह की समुद्री सीमाएं निर्धारित की गयी हैं-

(i)     आधार रेखा (Base Line)

(ii)    क्षेत्रीय सागर (Regional Sea)

(iii)   अनन्य आर्थिक क्षेत्र ( E xclusive E conomic Z one – EEZ)

 

(i)     आधार रेखा (Base Line)

  • तटीय देशों के लिए 12 समुद्री मील तक के क्षेत्र को आधार रेखा माना गया है |मुख्य भूमि से 12 समुद्री मील तक सम्बन्धित  देश किसी भी तरह का और कोई भी उपयोग कर सकता है | जैसे – बंदरगाह निर्माण,सैन्य गतिविधियां इत्यादि |

(ii)    क्षेत्रीय सागर (Regional Sea)

  • आधार रेखा से 24 समुद्री मील का क्षेत्र क्षेत्रीय सागर अधिकार क्षेत्र कहलाता है |इस क्षेत्र को भी सम्बन्धित देश स्वतंत्र रूप से उपयोग करते हैं तथा अन्य देश को इस क्षेत्र के उपयोग के लिए सम्बन्धित देश से अनुमति लेना पड़ता है |
क्षेत्रीय सागर
क्षेत्रीय सागर

(iii)   अनन्य आर्थिक क्षेत्र (Exclusive Economic Zone– EEZ)

  • क्षेत्रीय सागर से आगे और आधार रेखा से 200 समुद्री मील तक का क्षेत्र संलग्न आर्थिक क्षेत्र कहलाता है |इस क्षेत्र में सम्बन्धित देश को संसाधनों के अन्वेषण तथा दोहन करने का पूर्ण अधिकार प्राप्त होता है | इस समझौते के तहत अन्य राष्ट्र संलग्न आर्थिक क्षेत्र में आर्थिक गतिविधि नहीं कर सकता है | हालाँकि अन्य देश इस क्षेत्र में परिवहन का उपयोग कर सकते हैं |
  • इस समझौते के तहत् भारत अपने मुख्य भूमि से तो संसाधनों का दोहन कर सकता है, इसके साथ ही साथ अपनी मुख्य भूमि से 200 समुद्री मील तक समुद्र में भी संसाधनों का मुक्त रूप से दोहन कर सकता है |

अपत%9