Good evening sir....sir some topics of polity specially constitutional and Non constitutional bodies and extra constitutional bodies are being left....we are provided with notes by the institution....just concerned about the fact whether they are sufficient enough or you will be taking some classes on that.....thanks a lot sir.......
Naresh chandra paneru
June 17, 2020, 11:17 pm
गुरु जी प्रणाम 🙏 जैसा कि हम देख रहे हैं आजकल कुछ दिनों से चीन के साथ सीमा में तनाव जारी हैं और वार्ता का कोई शांतिपूर्ण हल निकलता नही दिखाई दे रहा है जिस कारण भारत और चीन की सीमा पर हिंसक झड़प हुई जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए और चीन के भी लेकिन ( कोई जानकारी इस बारे में चीन के जवानों के हताहत होने की नही है फिर भी भारत के हिसाब से चीन के 40 से जवान हताहत हुए हैं ) इस यह ऐसा 1962 के बाद दूसरा संघर्ष है जिस पर चीन अपनी अधिकारिता की बात करता है कि गलवान घाटी चीन के अधिकार में है और भारत इस सीमा पर अतिक्रमण कर रहा है जिस कारण यह संघर्ष 1962 के बाद फिर से हुआ 1962 से अब तक चीन के साथ शांतिपूर्ण वार्ता के माध्यम से दोनों देशों के बीच पिछले 60 सालों में सम्बन्ध अच्छे रहे हैं लेकिन अचानक से फिर से चीन ने एक प्रोपगेंडा तैयार किया है कि भारत उनकी सीमाओं का उल्लंघन कर रहा है और जब भारत के 20 जवान शहीद हो गए तो भारत के प्रधानमंत्री ने भी कहा है कि शहीदों का बलिदान व्यर्थ नही जायेगा लिहाजा इस दृष्टि से की भारत भी अब महाशक्ति का ओहिदा रखता है लेकिन जैसा कि चीन ने शांतिपूर्ण समझौतों का उल्लंघन कर भारत के साथ विश्वासघात किया है वही भारतीय लोगों ने चीन की सरकार के विरुद्ध शत्रुतापूर्ण व्यहार के पक्ष में विरोध प्रदर्शन किये जा रहे हैं वही लोगों की मांग है कि भारत चीन के समान पर प्रतिबंध लगाए । प्रश्न यह है कि क्या भारत ने चीन के साथ अबतक के सम्बधों को दरकिनार कर यह कदम उठाने चाहिए जिससे चीन की अर्थव्यवस्था पर प्रभाव पढ़ें हो सकता है वह भारत को निर्यात करने वाले वस्तुओं और सेवाओं के लाभ से अपनी रक्षा प्रणाली मजबूत करता रहा हो अब अगर भारत चीन के साथ व्यापार में प्रतिबन्ध लगाए तो उससे भारतीय अर्थव्यवस्था और चीन की अर्थव्यवस्था के साथ भारत चीन सम्बन्धो पर क्या प्रभाव पड़ेगा ?
Ragini Rai
June 17, 2020, 10:39 pm
Thank you sir 🙏🙏
Rakesh Kumar Yadav
June 17, 2020, 8:33 pm
Pranaam sir
Sir kal ke Lecture me u.s.a ko lekar maine ek question comment kiya tha aur Russia k hit bharat me adhik hai ya China me please charcha karein sir
Aur koi desh kis had tk kisi desh ka support kr sakta hai.
Divyanshu singh
June 18, 2020, 1:07 amthanku sir ... alok sir se kahne k liye .
Vishwanath dubey
June 18, 2020, 12:21 amGood evening sir....sir some topics of polity specially constitutional and Non constitutional bodies and extra constitutional bodies are being left....we are provided with notes by the institution....just concerned about the fact whether they are sufficient enough or you will be taking some classes on that.....thanks a lot sir.......
Naresh chandra paneru
June 17, 2020, 11:17 pmगुरु जी प्रणाम 🙏 जैसा कि हम देख रहे हैं आजकल कुछ दिनों से चीन के साथ सीमा में तनाव जारी हैं और वार्ता का कोई शांतिपूर्ण हल निकलता नही दिखाई दे रहा है जिस कारण भारत और चीन की सीमा पर हिंसक झड़प हुई जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए और चीन के भी लेकिन ( कोई जानकारी इस बारे में चीन के जवानों के हताहत होने की नही है फिर भी भारत के हिसाब से चीन के 40 से जवान हताहत हुए हैं ) इस यह ऐसा 1962 के बाद दूसरा संघर्ष है जिस पर चीन अपनी अधिकारिता की बात करता है कि गलवान घाटी चीन के अधिकार में है और भारत इस सीमा पर अतिक्रमण कर रहा है जिस कारण यह संघर्ष 1962 के बाद फिर से हुआ 1962 से अब तक चीन के साथ शांतिपूर्ण वार्ता के माध्यम से दोनों देशों के बीच पिछले 60 सालों में सम्बन्ध अच्छे रहे हैं लेकिन अचानक से फिर से चीन ने एक प्रोपगेंडा तैयार किया है कि भारत उनकी सीमाओं का उल्लंघन कर रहा है और जब भारत के 20 जवान शहीद हो गए तो भारत के प्रधानमंत्री ने भी कहा है कि शहीदों का बलिदान व्यर्थ नही जायेगा लिहाजा इस दृष्टि से की भारत भी अब महाशक्ति का ओहिदा रखता है लेकिन जैसा कि चीन ने शांतिपूर्ण समझौतों का उल्लंघन कर भारत के साथ विश्वासघात किया है वही भारतीय लोगों ने चीन की सरकार के विरुद्ध शत्रुतापूर्ण व्यहार के पक्ष में विरोध प्रदर्शन किये जा रहे हैं वही लोगों की मांग है कि भारत चीन के समान पर प्रतिबंध लगाए । प्रश्न यह है कि क्या भारत ने चीन के साथ अबतक के सम्बधों को दरकिनार कर यह कदम उठाने चाहिए जिससे चीन की अर्थव्यवस्था पर प्रभाव पढ़ें हो सकता है वह भारत को निर्यात करने वाले वस्तुओं और सेवाओं के लाभ से अपनी रक्षा प्रणाली मजबूत करता रहा हो अब अगर भारत चीन के साथ व्यापार में प्रतिबन्ध लगाए तो उससे भारतीय अर्थव्यवस्था और चीन की अर्थव्यवस्था के साथ भारत चीन सम्बन्धो पर क्या प्रभाव पड़ेगा ?
Ragini Rai
June 17, 2020, 10:39 pmThank you sir 🙏🙏
Rakesh Kumar Yadav
June 17, 2020, 8:33 pmPranaam sir Sir kal ke Lecture me u.s.a ko lekar maine ek question comment kiya tha aur Russia k hit bharat me adhik hai ya China me please charcha karein sir Aur koi desh kis had tk kisi desh ka support kr sakta hai.
chanchal choudhary
June 17, 2020, 8:10 pmthanks sir
Rajnish patel
June 17, 2020, 7:42 pmGood evening sir
Naresh chikane
June 17, 2020, 7:33 pmSir aapne polity complete nhi kiya n abhi
Sudhanshu pathak
June 17, 2020, 6:26 pmPranam sir
Meera kumari
June 17, 2020, 6:10 pmGood evening sir