भारत में ऊर्जा परिदृश्य
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- किसी भी देश के विकास में विद्युत की महत्वपूर्ण भूमिका होती है |भारत में यह तीव्र गति के साथ विकास की ओर अग्रसर है |विश्व मेंविद्युत का उत्पादन एवं उपभोग करने वाले देशों मेंचीन प्रथम स्थान पर है |
- विद्युत का उत्पादन एवं उपभोग करने वाले देशों में भारत का विश्व मेंतीसरा स्थान है |
- जुलाई 2019 तक देश में विद्युत की कुल संस्थापित क्षमता 360456 मेगावाट थी, जिसमें विभिन्न उत्पादन क्षेत्रों का योगदान इस प्रकार है –
तापीय विद्युत – 63.2%
जल विद्युत – 12.6%
परमाणु विद्युत – 1.9%
नवीकरणीय ऊर्जा – 22.0%
- भारत में सर्वप्रथम विद्युत कीआपूर्ति 1897 ई० में दार्जिलिंग में की गयी थी |
- ऊर्जा ग्रिड वह क्षेत्र होता है, जहाँ विद्युत का उत्पादन, प्रबंधन और पारेषण एक ही स्थान पर किया जाता है |वर्तमान में भारत में 5 ऊर्जा ग्रिडोंकी स्थापना की गयी है –
(i) उत्तर भारत ग्रिड
(ii) दक्षिण भारत ग्रिड
(iii) पूर्वी भारत ग्रिड
(iv) पश्चिमी भारत ग्रिड
(v) पूर्वोत्तर भारत ग्रिड
- भारत में विद्युत खपत की दृष्टि से सबसे बड़ा क्षेत्र उद्योग है | इसके पश्चात् क्रमश: घरेलूएवंकृषिक्षेत्रों में विद्युत की खपत होती है |
- देश में लगभग 41% विद्युत की खपत उद्योग-धन्धों में,24% विद्युत की खपत घरेलू क्षेत्रों में तथा 17% विद्युत की खपत कृषि क्षेत्रों में किया जाता है |
- भारत में सर्वाधिक विद्युत की संस्थापित क्षमता वाला राज्य महाराष्ट्र है| इसके साथ ही भारत में सर्वाधिक विद्युत का उत्पादन करने वाला राज्य भी महाराष्ट्र ही है|
- भारत में महाराष्ट्र राज्य का तापीय विद्युत उत्पादन में प्रथम स्थान है |देश में कुल विद्युत संस्थापित क्षमता में तापीय विद्युत का योगदान लगभग 63.2% है |
- भारत में सर्वाधिक जल विद्युत की संस्थापित क्षमता वाला राज्य आंध्र प्रदेश है, जबकि सर्वाधिक जल विद्युत उत्पादन हिमाचल प्रदेश में होता है |
- देश में सर्वाधिक सौर ऊर्जा का उत्पादन करने वाला राज्य आंध्र प्रदेश है जबकि सौर ऊर्जा उत्पादन की सर्वाधिक क्षमता वाला राज्य राजस्थान है| यद्यपि की अभी राजस्थान राज्य में सौर ऊर्जा का उत्पादन नहीं किया जा रहा है किन्तु राजस्थान में इसकी संभावना अधिक है |
- पिछले अध्याय में बताया जा चुका है कि राजस्थान की भौगोलिक स्थिति के कारण वहां या तो मानसून पहुँच नहीं पाता है और यदि पहुँचता भी है तो इससे लगभग नहीं के बराबर वर्षा होती है जिससे राजस्थान में वर्षभर सूर्य की किरणें चमकती रहती हैं | यही कारण है कि राजस्थान राज्य में सौर ऊर्जा उत्पादन की संभावना अधिक है |
- देश में सर्वाधिक पवन ऊर्जा उत्पादन करने वाला राज्य तमिलनाडु है |
- भारत में सर्वाधिक परमाणु ऊर्जा की संस्थापित क्षमता वाला राज्य तमिलनाडुहै|
- भारत में शत-प्रतिशत ग्रामीण विद्युतीकरण वाला राज्य हरियाणा राज्य है जबकि देश में संख्या के आधार पर सर्वाधिक ग्रामीण विद्युतीकरण वाला राज्य उत्तर प्रदेश है |
- भारत में विद्युत की सर्वाधिक मांग और आपूर्ति वाला राज्य महाराष्ट्र है |
- विद्युत की दर (Rate) को मेगावाट, किलोवाट एवं वाट में दर्शाया जाता है |
1 मेगा वाट = 1000 किलो वाट
1 किलो वाट = 1000 वाट
- विद्युत की खपत कोकिलोवाट/घंटा में दर्शाया जाता है |1 किलोवाट/घंटाविद्युत की खपत1 यूनिट विद्युत की खपत के बराबर होता है | उदाहरण के लिए- 100 वाट के 10 बल्ब को 1 घंटे तक जलाने पर कुल विद्युत की खपत 1000 वाट होती है |इस प्रकार 1 घंटे में उपयोग किये गये 1000 वाट विद्युत की खपत का मान 1 यूनिटके बराबर होता है |
Note- उपरोक्त विषय में प्रस्तुतआंकड़े वर्ष 2020 में वास्तविक आंकड़ो पर आधारित हैं इसलिए विश्वसनीय हैं |