समुद्री व्यापार -1

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  • प्राचीन भारत में सातवाहन और चोल काल में समुद्री व्यापार अपने चरम अवस्था पर था | आधुनिक काल में भारत में जहाजरानी परिवहन की शुरूआत 1854 ई० में ब्रिटिश इण्डिया स्टीम नेविगेशन कम्पनी के साथ हुई थी|
  • वर्तमान में भारतीय समुद्र तट की लम्बाई द्वीपों सहित 7516 किमी० है | भारत के समुद्र तट पर कुल 13 बड़े और लगभग 200 छोटे-छोटे बन्दरगाह स्थित हैं|
  • देश में 13 बड़े बन्दरगाहों में से तीन बन्दरगाहएन्नौर, चेन्नई और तूतीकोरीन,तमिलनाडु राज्य में स्थित हैं|देश में 200 छोटे बन्दरगाहों में 53 बन्दरगाह,महाराष्ट्र राज्य में स्थित हैं |
  • देश की कुल 7516 किमी० लम्बी तट रेखा भारत के 13 राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों में फैली हुई है |ये राज्य निम्नलिखित हैं – गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, दमन और दीव, पांडिचेरी, लक्षद्वीप औरअंडमान एवं निकोबार |
  • देश के 13 बड़े बन्दरगाहों में से 06 बन्दरगाह पश्चिमीतट पर और 06 बन्दरगाहपूर्वीतट पर तथा 01 बन्दरगाह अंडमानऔर निकोबार की राजधानीपोर्ट ब्लेयर पर स्थित है |

प्रायद्वीपीय भारत के पश्चिमी तट पर स्थित 06 प्रमुख बन्दरगाह इस प्रकार हैं–

 

बन्दरगाहअवस्थिति
कांडलागुजरात
मुम्बईमहाराष्ट्र
न्हावाशिवामहाराष्ट्र
मर्मुगाओगोवा
न्यूमंगलोरकर्नाटक
कोचीनकेरल

 

प्रायद्वीपीय भारत के पूर्वी तट पर स्थित बन्दरगाहहैं–

 

बन्दरगाहअवस्थिति
तूतीकोरीनतमिलनाडु
चेन्नईतमिलनाडु
एन्नौरतमिलनाडु
विशाखापत्तनमआंध्रप्रदेश
पारादीपउड़ीसा
कोलकाता हल्दियापश्चिम बंगाल
प्रमुख बन्दरगाह
प्रमुख बन्दरगाह

भारत के छोटे बन्दरगाहों में प्रमुख बन्दरगाह एवं उनकी अवस्थिति इस प्रकार है –

छोटे बन्दरगाहअवस्थिति
मांडवीगुजरात
ओखागुजरात
द्वारकागुजरात
पोरबन्दरगुजरात
भावनगरगुजरात
रत्नागिरिमहाराष्ट्र
कारवारकर्नाटक
कासरगोडकेरल
कनानूरकेरल
कोझीकोड (कालीकट )केरल
क्विलोनकेरल
एलेप्पी/अलेप्पीकेरल
टोण्डीतमिलनाडु
नागपट्टनमतमिलनाडु
कराइकलपांडिचेरी
मछलीपत्तनमआंध्रप्रदेश
एन्नौरआंध्रप्रदेश
गोपालपुरउड़ीसा
  • कराईकल बन्दरगाहतमिलनाडु राज्य के तट पर अवस्थित है किन्तु यह केंद्रशासित प्रदेश पांडिचेरी का हिस्सा है |
  • मुम्बई बन्दरगाह भारत का सबसे बड़ा बन्दरगाह है| भारत का सर्वाधिक व्यापार इसी बन्दरगाह से होता है | यह एक प्राकृतिक बन्दरगाह है |
  • न्हावाशेवा बन्दरगाह को जवाहरलाल नेहरू बन्दरगाह भी कहते हैं | न्हावाशेवा बन्दरगाह महाराष्ट्र में मुम्बई के ठीक दक्षिण में स्थित है |
बन्दरगाह
बन्दरगाह
  • वास्तव में न्हावाशेवा बन्दरगाह का विकास स्वतन्त्र रूप से नहीं हुआ है |चूँकि मुम्बई भारत का सबसे बड़ा बन्दरगाह है|मुम्बईबन्दरगाह से दुनियाभर से व्यापार होता है |अत्यधिक आयात-निर्यात के चलते मुम्बई बन्दरगाह पर भार बहुत ज्यादा रहता है | अतः मुम्बई बन्दरगाह के भार को कम करने के लिए ही न्हावाशेवा बन्दरगाह का विकास किया गया है|न्हावाशेवा बन्दरगाहभारत का सबसे बड़ा कृत्रिम बन्दरगाह है |
  • कांडला बन्दरगाह(गुजरात)कच्छ की खाड़ी में स्थित है |कांडला बन्दरगाह मुख्य रूप से आयातक बन्दरगाह है | इस बन्दरगाह से मुख्यत: पेट्रोलियम एवं उर्वरकों का आयात किया जाता है | उत्तर भारत में सबसे ज्यादा आपूर्ति कांडला बन्दरगाह से ही किया जाता है |
  • मर्मुगाओं बन्दरगाह गोवा राज्य के तट पर स्थित है| गोवा राज्य में मुख्य रूप से दो नदियां प्रवाहित होती हैं –

(i)     जुआरी

(ii)    मांडवी

  • मांडवी और जुआरी ये दोनों नदियाँ गोवा में प्रवाहित होते हुए गोवा के तट पर समुद्र में मिल जाती हैं | मर्मुगाओं बन्दरगाह जुआरी नदी के ज्वारनदमुख पर स्थित है | गोवा का लौह अयस्क यहीं से ईरान को निर्यात किया जाता है |
  • कुद्रेमुख कर्नाटक का सबसे बड़ा लौह अयस्क भण्डार का क्षेत्र है | यहाँ का लौह अयस्क न्यूमंगलोर बन्दरगाह से ही पश्चिमी देश को निर्यात किया जाता है |

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