सड़क नेटवर्क

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  • भारतमें लगभग 3 लाख किमी० सड़क नेटवर्क है,जो दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सड़क नेटवर्क है |
  • विश्व में सड़क नेटवर्क के मामले में शीर्ष देश संयुक्त राज्य अमेरिका है |इसके बाद भारत और चीन क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर आते हैं|

भारत की सड़कों को चार वर्गों में विभाजित किया गया है –

(i)     राष्ट्रीय राजमार्ग

(ii)    राज्य राजमार्ग

(iii)   जिला सड़कें

(iv)   ग्राम सड़क

राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highway)

  • राष्ट्रीय राजमार्गों की कुल लम्बाई 2019 तक लगभग 132500 किमी०है| राष्ट्रीय राजमार्ग केन्द्र सरकार के अधीन होते हैं|अर्थात् इनके निर्माण और रख-रखाव की जिम्मेदारी केन्द्र सरकार की होती है|राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग (CPWD) के द्वारा किया जाता है |
  • भारत में लोक निर्माण विभाग की स्थापना 1854ई०में लॉर्ड डलहौजी के काल में की गयी थी |
  • राष्ट्रीय राजमार्ग देश में सड़कों के कुल लम्बाई का केवल 2%है |किन्तु देश के कुल सड़क परिवहन का लगभग 40% यातायात राष्ट्रीय राजमार्ग के द्वारा ही किया जाता है |
  • राष्ट्रीय राजमार्गों की सर्वाधिक लम्बाई वाला राज्य महाराष्ट्र राज्य है |
  • राष्ट्रीय राजमार्गों की सर्वाधिक लम्बाई वाले राज्य क्रमश: महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश हैं |
  • राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना(National Highway Development Project)1999 ई० में प्रारम्भ की गयी थी |इस परियोजना के अन्तर्गत दो घटक थे –

(i)     स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना का निर्माण करना

(ii)    पूरब-पश्चिम और उत्तर-दक्षिण गलियारे का निर्माण करना

  • स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना के अन्तर्गत भारत के सभी चारमहानगरों दिल्ली, मुम्बई, चेन्नई और कोलकाताको जोड़ा गया |इन चारों महानगरों को जोड़ने वाले स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना की कुल लम्बाई 5846 किमी० है |
  • स्वर्णिम चतुर्भुज की सबसे लम्बी भुजा चेन्नई से कोलकाता है इसकी लम्बाई 1684 किमी० है |इसे राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या -05 के नाम से जाना जाता है |

Note –       राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या -05 चेन्नई से शुरू होकर कोलकाता के बहारागोड़ा तक ही जाती है |

  • स्वर्णिम चतुर्भुज की चारों भुजाओं को यदि राष्ट्रीय राजमार्ग के संख्या की दृष्टि से देखा जाये तो इसकी दिल्ली से कोलकाता तक की भुजा को राष्ट्रीय राजमार्गसंख्या-02, दिल्ली से मुम्बई तककी भुजा को राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-08, मुम्बई से चेन्नईतक की भुजा को राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या -04 औरचेन्नई से कोलकाता तक की भुजा को राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-05कहते हैं |
  • राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना(National Highway Development Project) का दूसरा घटक पूरब-पश्चिम और उत्तर-दक्षिण गलियारा का निर्माण करना था |
  • उत्तर-दक्षिण गलियारा श्रीनगर से प्रारम्भ होकर तमिलनाडु के कन्याकुमारी तक जाता है एवं पूरब-पश्चिम गलियारा असम के सिलचर से प्रारम्भ होकर गुजरात के पोरबन्दर तक जाता है |इन दोनों गलियारों की सम्मिलित लम्बाई 7142 किमी० है |
  • उत्तर-दक्षिण और पूरब-पश्चिम गलियारा आपस में उत्तर प्रदेश के झांसी में एक दूसरे को काटती हैं |
  • राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना(National Highway Development Project- NHDP)का क्रियान्वयन भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण(National Highway Authority Of India-NHAI) द्वारा किया जा रहा है | इस परियोजना के लिए वित्तीय व्यवस्था टोल टैक्स तथा ईंधन के द्वारा किया जाता है |
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राज्य राजमार्ग (State Highway)

  • प्रत्येक राज्य के अपने प्रांतीय राजमार्ग होते हैं | प्रांतीय राजमार्ग अपने राज्य के सभी जिला मुख्यालयों को राज्य की राजधानी से जोड़ता है |
  • प्रांतीय राजमार्गों की सर्वाधिक लम्बाई वाला राज्य महाराष्ट्र है | इसके बाद कर्नाटक और गुजरात का क्रमशःदूसरा और तीसरा स्थान है |
  • सबसे अधिक प्रांतीय राजमार्ग वाले राज्यों में महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात, राजस्थान और मध्य प्रदेश शीर्ष स्थान वालेराज्य हैं |उपलब्ध आकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश में प्रांतीय राजमार्ग की लम्बाई लगभग 7139 किमी० है |

Note-        उपरोक्त विषय में प्रस्तुत आंकड़े वर्ष 2020 में वास्तविक आंकड़ो पर आधारित हैं इसलिए विश्वसनीय हैं |

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